देखभाल
“हम उनसे कहते कि जब हम बड़े हो जाएँगे तो उनकी देखभाल करेंगे। इस वाक्य को पढ़ो और बताओ कि-
कौन किसकी देखभाल करना चाहता/चाहती है?
भापोल गैस त्रासदी में सलमा के पिता अपनी जान गंवा चुके थे। ऐसे में उसकी मां खुद को बेसहारा समझने लगी थी। उन्हें अभी भी यही लगता था कि सलमा के पिता जिंदा है। यह देखकर सलमा और उसकी बहन अपनी मां को समझाते थे कि उनके पिता अब इस दुनिया में नहीं रहे। वह मां से यह भी कहती थीं कि पिता के जाने के बाद वह अपने भविष्य की चिंता न करें बड़ी होकर वे खुद उनका खयाल रखेंगी।